सत्य की सदा जय का आश्वासन है कोविदारध्वज
तीन प्रकार के अन्य ध्वज भी कराते हैं मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के शील, औदार्य और शौर्य का स्मरण…. सत्यनिष्ठा से युक्त प्रतिभाएं पूर्ण होती है. सदुदेश्य से किए गए…
विश्व संवाद केन्द्र अवध, लखनऊ
संवादादात् सौहार्दम्
तीन प्रकार के अन्य ध्वज भी कराते हैं मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के शील, औदार्य और शौर्य का स्मरण…. सत्यनिष्ठा से युक्त प्रतिभाएं पूर्ण होती है. सदुदेश्य से किए गए…
ध्वजारोहण (झंडा फहराना) केवल एक औपचारिक या राष्ट्रीय अनुष्ठान नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरा आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक महत्व भी जुड़ा है। इसके धार्मिक और साहित्यिक महत्वों को सूक्ष्मता…
अयोध्या, 21 नवम्बर। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में होने वाले ऐतिहासिक ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए विधिविधान से पूजन अर्चन शुरू हुआ। इस अवसर पर पूर्ण वैदिक रीति से विभिन्न पूज्य…
भारत की धरती ने ऐसे असंख्य राष्ट्रभक्त वीरों को जन्म दिया है जिनके अमर बलिदानों के कारण आज हम एक स्वत्रंत और स्वाधीन राष्ट्र हैं। इन्हीं राष्ट्रभक्त वीर योद्धाओं में…
‘बुंदेले हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी’ कवियत्री सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता की ये लाइनें सुनते ही देश के…
प्लेग एक ऐसी महामारी थी जिसने 19वीं सदी के आखिरी 4 साल और 20वीं सदी के पहले दशक में हिन्दुस्तान में कहर बरपा दिया था. इस दौरान एक ऐसा मौका…
भारत के गौरवशाली स्वाधीनता संग्राम में जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों व योद्धाओं की एक दीर्घ परंपरा रही है और उनका योगदान अविस्मरणीय रहा है। भगवान बिरसा मुंडा का इस स्वतंत्रता संग्राम…
आजादी के आंदोलन के दौरान संघ के एक स्वयंसेवक ने तहसील पर लहरा रहे ब्रिटिश सरकार के झंडे को उतार फेंका था. इस घटना ने ब्रिटिश सरकार को आग बबूला…
दो महान विद्वान-सह-एक्टिविस्ट, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार समकालीन थे; लेकिन वे क्षेत्र और करियर के मामले में अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे थे, फिर…
प्रतिबंध हटने के बाद संघ और मजबूत होकर निकला. नेहरू और गुरु गोलवलकर की मुलाकात हो रही थी. पटेल उन्हें मिलने बुला रहे थे. इस घटनाक्रम से जो लोग आरएसएस…